देहाड़ी मजदूरों की भुखमरी से चौतरफा जंग

कोरोना वायरस की जंग में जहां एक और प्रदेश समस्याओं से जूझ रहा है  वहीं देहाड़ी मजदूरों में भुखमरी की जंग जारी है प्रधानमंत्री के आवाहन पर पूरे देश को तीन हफ्तों के लिए लॉक डाउन कर दिया गया ।जरूरी वस्तुओं की दुकानों  और स्वास्थ्य सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सार्वजनिक संस्थानों को बंद कर दिया गया ।
 झोपडपट्टी में रहने वाले दैनिक मजदूर प्रदेश लाकडाउन होने के कारण काम ने होने कारण भुखमरी के कगार पर है। इनमे रिक्शा चालक देहाडी श्रमिक घर में काम करने वाली महिलाए भट्ठा श्रमिक प्राइवेट फर्म मे काम करने वाले शामिल हैं।
 हालांकि योगी आदित्यनाथ सरकार ने मजदूरों के खाते 1000रु भेजने की घोषणा की है परन्तु दैनिक मजदूर प्रतिदिन कमाता है उसी मजदूरी से अपने परिवार का पालन पोषण करता है। 
परशुराम रावत श्रीराम तुलसी राम निवासी आदि ने बताया कि देश बंद होने की वजह से एक दो दिनों में हमारा परिवार कोरोना से तो बाद में मरेगा भुखमरी से जरूर भर जाएंगे