कोरोनावायरस के दौरान संक्रमण को रोकने के प्रशासन की सूझबूझ और सक्रियता का परिणाम है कि जनपद में अभी तक कोई भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है। कोरोनावायरस को रोकने के लिए जिला अधिकारी आदर्श सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं की निजी अस्पताल अपने निजी चिकित्सीय उपकरणों को क्रियाशील रखें जिससे चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने में जनपद वासियों को कोई समस्या ना आए उन्होंने साफ निर्देश दिया कि जिन निजी अस्पतालों ने अपने अस्पताल बंद कर दिए हैं वह तत्काल अपने अस्पतालों को खोल दें तथा जो चिकित्सीय उपकरण चिकित्सा सुविधा में लाए जा रहे थे उन्हें क्रियाशील कर दें तथा लाक डाउन के दौरान जिन मरीजों को देख रहे थे उन मरीजों को और जनपद से आने वाले मरीजों को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए अपने अस्पतालों में इलाज करें । इस दौरान दवा की उपलब्धता बनाये रखें। लाक डाउन को देखते हुए आवश्यक चिकित्सकों , पैरामेडिकल स्टाफ निश्चित अवधि में उनकी उपस्थिति सुनिश्चित कराये। निजी अस्पताल अपने अस्पतालों में दवा की उपलब्धता बनाये रखें।
प्रशासन की सक्रियता का परिणाम , एक भी केस पाजिटिव नहीं।
प्रशासन की सक्रियता का परिणाम है की बाराबंकी जनपद में अभी तक कोई भी केस पाजिटिव नहीं आया जानकारी के मुताबिक अभी तक 3815 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है तथा 13 सैंपल लिए गए थे वह सभी निगेटिव आए हैं।
3815 लोगों को किया गया होम क्वॉरेंटाइन
जनपद में दूसरे प्रान्तो व पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आये सभी 3815 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है। सभी लोगों अपने घर पर रह कर लाक डाउन की गाइड लाइन का पालन कर रहे हैं। जिलाधिकारी का साफ निर्देश है कि कोरोनावायरस के लक्षण दिखाई देने पर तुरन्त कन्ट्रोल रूम से सम्पर्क स्थापित करें कि लक्षण आने पर उन्हें सरकारी अस्पताल में क्वॉरेटाइन किया जायेगा।
लाक डाउन के दौरान प्रशासन ने गरीबों की मदद के लिए सामने आई उसने धार्मिक संस्थाओं व निजी संस्थाओं और जागरूक लोगों की मदद से हर गरीब को प्रशासन ने निजी क्षेत्र के संस्थाओं और व्यापारियों की मदद से भोजन की व्यवस्था कराई गई।
जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने 8070 लोगों को खाद्यान्न वितरित किया गया वहीं पर 5000 से अधिक श्रमिकों को ₹1000 उनके खाते में भेजे गए ।