कोरोना के खिलाफ योगी सरकार ने अहम निर्णय लेते हुए प्लान बनाया है कि कोरोना संदिग्ध इलाके में एंटीबॉडी टेस्टिंग शुरू की जाए जिन इलाकों में ज्यादा मरीज मिल रहे हैं या जो हॉटस्पॉट के इलाके हैं वहां पर एंटीबॉडी टेस्टिंग शुरू किया जाए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के आदेश के बाद अब हर जिले में 25 सेंटर टेस्ट करने की शुरुआत की गई है।
अब उत्तर प्रदेश में जल्द ही कम्युनिटी टेस्टिंग की जाएगी यानी बड़े इलाके में बड़े सैंपल साइज में एक साथ कोविड-19 का टेस्ट किया जाएगा इसके साथ साथ अब सिर्फ लक्षणों के आधार पर ही नहीं वरन कोरोना प्रभावित इलाके को भी आधार बनाकर टेस्ट किया जाएगा।
25 संदिग्ध मरीजों का किया जाएगा एक साथ टेस्ट
दरअसल, कोरोना जांच को बड़े पैमाने पर करने के लिए कम्युनिटी टेस्टिंग की शुरुआत की गई है. इसके तहत हर जिले के 25 संदिग्ध मरीजों का टेस्ट एक साथ किया जाएगा. अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो मान लिया जाएगा कि किसी को कोरोना नहीं है. अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है तो सबका अलग-अलग से टेस्ट होगा।
यू पी को जल्द मिलेगी रैपिड किट
18 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश सरकार को 200 रैपिड टेस्ट किट मिल जाएगी।इस किट से महज 15 मिनट में कोविड-19 की जांच की जा सकती है। प्रदेश की दो एमएसएमई इकाइयों ने रैपिड टेस्ट किट तैयार की है. इन कंपनियों में से मेसर्स न्यू लाइव को नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी (एनआइवी) पुणे से इजाजत मिल गई है।
उत्तर प्रदेश में 657 कोरोना कंफर्म केस
उत्तर प्रदेश प्रदेश में अबतक 657 कोरोना कंफर्म केस सामने आए हैं. इसमें से 49 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 8 मरीजों की मौत हुई है. मृतक पहले से ही किसी ना किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे. प्रदेश के 44 जनपद कोरोना से प्रभावित हैं. स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग की संख्या में इजाफा करते हुए सोमवार को 2634 सैंपलों की टेस्टिंग की है.।