मंडलीय मुख्यालय के जिला अस्पताल में बनेगी कोरोना टेस्टिंग लैब ,हर जिले बनाया जाएगा कोरोना सैम्पल कलेक्शन सेंटर।

 


कोरोना से जंग के लिए देश के साथ प्रदेश सरकार कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ रही है प्रदेश सरकार ने इस संबंध में बड़ा फैसला लेते हुए निर्णय लिया कि कुरौना की जंग को जीतने के लिए लाक डाउन का नागरिक पालन करें वहीं चिन्हित लोगों को क्वॉरेंटाइन कराया जाए इसके साथ कोरोनावायरस की टेस्टिंग के लिए लैब स्थापित किए जाएं इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रत्येक जनपद के मुख्यालय पर  कोरोना सैंपल कलेक्शन  सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया है तथा मंडलीय मुख्यालय पर कोरोना टेस्टिंग लैब बनाए जाएंगे। 


 उत्तर प्रदेश कोविड केयर फंड की स्थापना की गई है इसका ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड केयर फंड में जनप्रतिनिधियों के साथ समाज के हर तबके का व्यापक समर्थन मिल रहा है।



केयर फंड से कोविड अस्पतालों को किया जाएगा अपग्रेड 


सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 केयर फंड का उपयोग टेस्टिंग फैसिलिटी को बढ़ाने किया जाएगा। कोविड लेवल -1,2 और 3 हास्पिटल की संख्या को बढ़ाने में इसका इस्तेमाल होगा ।कोरोना के खिलाफ जिन सहायक उपकरणों की आवश्यकता है जैसे पी पी ई मासिक वेंटिलेटर की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 24सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं जिसमें 10 टेस्टिंग लैब है इनको अपग्रेड किया जा रहा हैऔर इसके साथ ही 14 मेडिकल कालेज में भी टेस्टिंग लैब स्थापना का निर्देश दिया गया है।


देवीपाटन मण्डल में गोण्डा में, बरेली मंडल में बरेली में ,  मिर्जापुर मंडल के मिर्जापुर में तथा  बनारस के   बीएचयू में कोविड लैब स्थापित की जाएगी।