केंद्र की अपेक्षा कागजो पर दिखाई जाती थी तौल
रामसनेहीघाट बाराबंकी। किसान का धान न तौलकर उन्हें तारीख के बाद तारीख देने वाली भिटरिया विपणन केंद्र की विपणन निरीक्षक गायत्री देवी मौर्या को क्रय केंद्र से हटाकर बाराबंकी मुख्यालय सम्बद्ध कर दिया गया है।
15 अक्टूबर से धान की तौल प्रारम्भ हो गई जिसमें पहले किसानों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया उसके बाद उसे निरस्त कर दिया गया और ऑफ लाइन टोकन वितरित किया जाने लगा।
किसानों ने पुनः केंद्र पर टोकन के लिए लाइन लगाना शुरू कर दिया पर केंद्र पर हो रही तौल का टोकन से कोई संबद्ध न रहा ।और सेटिंग की ट्रालियों की तौल होने लगी जिसे देखकर किसानों ने अपनी ट्रालियों को केंद्र पर लाकर खड़ी कर दी ।तौल को लेकर हंगामा बढ़ा तो तहसीलदार तपन मिश्र ने सभी ट्रालियों पर नंबर अंकित कर दिए और किसान निश्चिंत की नंबर आएगा तो तौल होगी ।किन्तु चार तौल कांटो के अनुमान्यता के बाद केवल एक कांटे से सेंटर पर तौल होती जिसमे पूरे दिन मौके पर 100 से 150 कुंटल तौल हो पाती जबकि ऑनलाइन रिकॉर्ड में मानक के अनुरूप तौल पूरी रहती ।
इसमे सेटिंग वाली मिलों पर तौली गई ट्रालियों का वजन चढ़ा दिया जाता।
जिला अधिकारी डॉ आदर्श सिंह के निर्देश पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ उप जिलाधिकारी रामसनेहीघाट दिव्यांशु पटेल द्वारा भिटरिया एवं दरियाबाद के धान क्रय केंद्रों की जांच क्षेत्रीय विपणन अधिकारी रामसनेहीघाट के के निरंजन व तहसीलदार रामसनेहीघाट सुरेंद्र कुमार द्वारा की गई ।
जांच में क्रय केंद्र प्रभारी द्वारा धान क्रय में कमियां मिली।
कमियों की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी गई थी जिसके आधार पर विपणन निरीक्षक भिटरिया गायत्री देवी मौर्य एवं क्षेत्रीय विपणन अधिकारी दरियाबाद सुरेंद्र कुमार चौधरी को तत्काल प्रभाव से जिला मुख्यालय सम्बद्ध कर दिया गया है।