मधुमख्खियों के आतंक से देशी गुड़ का व्यापार हो रहा प्रभावित।

 




रामसनेही घाट बाराबंकी:-


 गुड़ बनाने के स्थल सहित काम करने वाले मजदूरों पर कर रही आक्रमण।


 परेशान व्यापारी कोतवाली की शरण मे :-

 रामसनेहीघाट परिक्षेत्र सहित दूर सुदूर में अपने गुड़ उद्योग में नई तकनीकी से  बनाए गए  तिल, मूंगफली ,सोंठ से मिश्रित गुड बर्फी बना रहे स्थानीय व्यापारी के व्यापार में मधुमक्खियों के आक्रमण से व्यापार बन्द होने लगा है।

        जिसके लिए उसने मधुमखियों को भगाने के लिए कई जतन किए सफलता न मिलने पर  उसने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है ।

किंतु पुलिस भी उसमें बेअसर रही ।



भिटरिया  दरियाबाद रोड पर भिटरिया से लगभग 500  मीटर की दूरी पर प्रेम सागर गुड़   सिरका के  नाम से ताजे गुड़ बनाने का  उद्योग लगाए अखिलेश यादव ने जब अपने पिता प्रेम सागर से व्यापार संभाला तो साधारण गुड के साथ  उन्होंने गुड़  को मॉडिफाई करते हुए उसमें  सोंठ, मूंगफली, अजवाइन आदि देसी चीजों का मिश्रण कर उसकी उपयोगिता और लाभ भी बढ़ाने का प्रयास किया गया । और आकर्षक करते हुए उन्होंने बर्फी के पीस का आकार देते हुए पैकिंग की।


 लोगों द्वारा उस  को काफी पसंद किया जाने लगा ।उसकी मांग इस क्षेत्र से बढ़कर अन्य जिलों से भी होने लगी जो भी आता काफी मात्रा में गुड़ की मांग करने लगा।

 विगत 10 दिन पहले उनके केंद्र से निकट कुछ मधुमक्खी पालकों ने अपने मधुमक्खी से भरे डिब्बे अलग अलग रखें तो वहां से मधुमक्खियां अपना भोजन लेने अखिलेश यादव के गुण प्लांट पर पहुंचने लगी। जिससे उनका गुड़ बनाने का व्यापार बाधित होने लगा। अखिलेश ने बताया सुबह 8:00 बजे से मक्खियों का आक्रमण शुरू हो जाता है जो  गुड़ बनाने वाले स्थान पर सहित गुड बना रहे कर्मियों को भी परेशान करने लगी। धीरे-धीरे उनकी मात्रा बढ़ रही है जिसके लिए उन्होंने स्थानीय विधायक सतीश शर्मा व स्थानीय प्रभारी निरीक्षक सच्चिदानंद राय के पास अपनी समस्या रखी और उनसे मधुमक्खी पालकों को थोड़ी दूर अपने बक्से ले जाने का निवेदन किया।

 जिस पर सच्चिदानंद राय ने बताया उन लोगों से बक्से हटाने का के लिए कह दिया गया है कि वह अपने मधुमक्खी पालने वाले बक्से गुड़ बनाने वाले केंद्र से थोड़ी दूरी पर रखे।