रामसनेहीघाट:
जिलाधिकारी डाॅ0आदर्श सिंह की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन तहसील रामसनेहीघाट में किया गया। समाधान दिवस में राजस्व, विकास एवं पुलिस विभाग से जुड़े सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि जिन प्रकरणों में संयुक्त रूप से निराकरण की आवश्यकता हो, उसमें आपसी समन्वय रखते हुए उन मामलों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित कराये। उन्होंने यह भी कहा है कि प्राप्त सभी शिकायतों का समयबद्ध व गुणवत्ता के साथ निस्तारण होना चाहिए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान कुल 107 प्रकरण प्राप्त हुए, जिसमें से मौके पर 03 प्रकरण का निस्तारण किया गया। शेष अन्य प्रकरणों को सम्बन्धित अधिकारियों को समयबद्ध ढंग से से निस्तारित करने के आदेश दिये गये। राजस्व विभाग से सम्बन्धित 27 प्रार्थना पत्र, पुलिस विभाग से सम्बन्धित 22 प्रार्थना पत्र, विकास विभाग से सम्बन्धित 28 प्रार्थना पत्र, समाज कल्याण विभाग से सम्बन्धित 01 प्रार्थना पत्र, अन्य विभागों से सम्बन्धित 29 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद, मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह, उपजिलाधिकारी रामसनेहीघाट दिव्यांशू पटेल, मुख्य चिकित्साधिकारी बी0के0एस0 चैहान, परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी, तहसीलदार रामसनेहीघाट, उपकृषि निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, जिला पंचायतीराज अधिकारी, बंदोबस्त अधिकारी चकबन्दी, अपर जिला सूचना अधिकारी सहित सभी जनपद स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
तहसील सम्पूर्ण समाधान दिवस के पश्चात जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह ने तहसील में एस डी एम न्यायालय, तहसीलदार न्यायालय, कम्प्यूटर कक्ष, बी आर सी कक्ष, आर के कार्यालय, अभिलेखागार सघन निरीक्षण किया।
निरीक्षण में अमलदरामद, सर्विस बुक सत्यापन में देरी की कमी को जल्दी ठीक करने का निर्देश दिया।
उन्होंने तहसील में अभिलेख के रखरखाव व संग्रह की तारीफ की।
लगभग दो घण्टे तक चले निरीक्षण में उन्होंने सभी पटल का सघन निरीक्षण कर सभी पटल से संबंधित जानकारियां ली।
निरीक्षण में उपजिलाधिकारी दिव्यांशु पटेल, तहसीलदार दयाशंकर त्रिपाठी, सहित समस्त राजस्व निरीक्षक, लेखपाल सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।